Statue Of Unity

 प्रस्तावना : 

स्टैचू ऑफ़ यूनिटी भारतीय राजनेता और क्रान्तिकारी श्री सरदार वल्लभभाई पटेल (१८७५-१९५० ) की जीवन शैली और देश भक्ति का नमूना है जो उनके त्याग और बलिदान की प्रेरणा हर भारतीय को देती रहेगी।  

सरदार वल्लभभाई पटेल  जन्म गुजरात नाडियाड में  ३१ अक्टूबर  १८७५  हुआ था , सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संघर्ष में प्रथम बार  १९१८ के खेड़ा आंदोलन से शुरू किया था।  

स्टैचू ऑफ़ यूनिटी की ऊंचाई १८२ मीटर है , इसकी ऊंचाई इसलिए  गयी क्योंकि गुजरात विधान सभा में  कुल संख्या भी है , इसके निर्माण में ४०७६  मजदुर लगे थे जिनमे २०० चीनी कारीगर भी शामिल थे। 


विवरण :

इस भब्य प्रतिमा के निर्माण और विशेषताओं वर्णन निम्न है :-

लोकेशन : गुजरात में नर्मदा नदी के साधु बेत द्वीप पर स्थित है। 

ऊंचाई : स्टैचू ऑफ़ यूनिटी की ऊंचाई १८२  मीटर है जो अमेरिका के स्टैचू ऑफ़ लिबर्टी की दो गुनी है , स्टैचू ऑफ़ लिबर्टी की ऊंचाई ९३ मीटर है। यह विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा है। 

लागत: इस प्रतिमा  बनाने में करीब ३ हजार करोड़ रुपये का खर्च आया 

उद्घाटन : ३१ अक्टूबर २०१८ को प्रधानमंत्री श्री  मोदी जी ने किया। 

प्रतिमा निर्माण : इस प्रतिमा का निर्माण एवं डिजाइन प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मभूषण सम्मानित राम वन जी सुतार ने किया है। 

स्टैचू ऑफ़ यूनिटी महान राजनेता सरदार वल्लभभाई पटेल,भारत के स्वंत्रतता में योगदान , बलिदान , स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री को सच्ची श्रद्धांजलि है , इस महान प्रतिमा का उद्देश्य विश्व जगत को अपने प्रिय राजनेता का गौरव इतिहास का प्रदर्शन एवं वर्णन है।  

 


उपसंहार : 

स्टैचू ऑफ़ यूनिटी भारत का प्रमुख पर्यटन स्थल है इसको देखने के लिए देश विदेश के पर्यटक आते रहते हैं ,गुजरात राज्य में स्थित स्टैचू ऑफ़ यूनिटी भारत गौरवमयी इतिहास का एहसास कराता है।  

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