हिन्दी दिवस


हिन्दी गौरव”
हिन्दी भारत माँ की बिन्दी,
इसकी चमक निराली है,
देश की आत्मा है हिन्दी,
जन जन की अमृत प्याली है ।
हिन्दी सरस,सरल, सुगम है,
व्याकरण छंदो की संगम है,
पद्य गद्य की वर्णमाला से ,
गुन्थी हुई जीवन रस का
मंथन है ।
हिन्दी आत्मा हिंद देश की,
आत्मगौरव की अमृत रसवाली,
इसमें डूबे कवि ऋषि मुनी,
जीवन को अमरत्व रस प्याली ।।

Comments

Popular posts from this blog

Mind Shift

दानवीर कर्ण

जीवन की जीजिविषा